old age

Litreture

कविता : अभिमान, स्वाभिमान

जन्म से लेकर मृत्यु तलक का सफ़र बहुत ही लम्बा है, बचपन से वृद्धावस्था तलक जीवन का सफ़र झरोखा है। मेरा तेरा करते करते हम सबने सारी उम्र बितायी है, मेरा तेरा ना छोड़ सका कोई, मन से मन न मिला सका कोई। मंज़िल मन से मन मिलने की, सारी उम्र से ज़्यादा लम्बी है, […]

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Analysis

नंदोत्सव आज है ‘नंद को आनंद भयो जै कन्हैया लाल की’

बसुदेव देवकी सन सनाये.. नंद के द्वार भयो अति भीर  दधिकांदव से मच गई कीच ढोल तासे बजे नाचने गाने लगे बृजवासी मथुरा के कारागार मे भाद्रपद कृष्ण अष्टमी की रात जो घटनाएं घटीं, उसकी किसी को कोई कल्पना नहीं थी। स्वयं बसुदेव देवकी अर्द्ध विक्षिप्त से होगए। उन्हें सूझ नहीं रहा था,ये क्या होरहा […]

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