#open sex
Litreture
परिवार व समाज के अभिन्न अंग- वरिष्ठ नागरिकों के हितों की रक्षा व क़ानून-सरकार का सम-सामयिक मार्गदर्शन व हस्तक्षेप
चारि पदारथ करतल जाके। प्रिय पितु मातु प्राण सम जाके॥ अर्थात् – गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामचरित मानस में कहा है कि जो मनुष्य अपने माता- पिता को अपने प्राणों से ज़्यादा प्यार व सम्मान करता है उसे इस संसार में ईश्वर कृपा से सारे सुख उपलब्ध होते हैं। हमारी सरकार ने वरिष्ठ नागरिक विधेयक […]
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