#Ram devotee
Litreture
कविता : अशोक वाटिका में हनुमान
मेरे राम को भजने वाले, क्यों न सामने आते हो। प्रभू मुद्रिका लाने वाले, तुम छिपके कहाँ बैठे हो। माता मैं बजरंगबली हूँ, प्रभू राम का सेवक हूँ, हनूमान है नाम हमारा, अशोक वाटिका में आया हूँ। श्रीराम के चाहने वाले, राम दूत बन आये हो, मेरे राम को भजने वाले, क्यों न सामने आते […]
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