Ramcharit Manas

राम जन्मोत्सव का भजन सुनते ही जय श्रीराम के नारों से गूंज उठा पंडाल
भाव की पूर्णता से ईश्वर का साक्षात्कार संभव : प्रेमभूषण देवरिया। बैतालपुर क्षेत्र के खिरहां गांव में स्थित श्रीधाम मंदिर परिसर में चल रहे हरिहरात्मक महायज्ञ के अवसर पर मानस मर्मज्ञ प्रेमभूषण जी महराज ने अपने दो दिन की कथा में मानस का तत्वबोध कराने के बाद तीसरे दिवस की कथा में रामजन्मोत्सव की कथा […]
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रामायण और रामचरितमानस के 10 बड़े अंतर
जयपुर से राजेंद्र गुप्ता वाल्मीकि कृत रामायण और तुलसीदास कृत रामायण में कई बड़े अंतर हैं। काल का अंतर महर्षि वाल्मीकि जी ने रामायण की रचना प्रभु श्रीराम के जीवन काल में ही की थी। राम का काल 5114 ईसा पूर्व का माना जाता है, जबकि गोस्वामी तुलसीदासजी ने रामचरित मानस को मध्यकाल अर्थात विक्रम […]
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प्रभु राम ने किया था दंडकारण्य को भयमुक्त
प्रमाण: वाल्मिकी रामायण, रामचरित मानस, बंगला कृतिवासी रामायण और कालीदास की रघुवंश में दंडकारण्य का वर्णन हेमंत कश्यप जगदलपुर। बस्तर कभी महाकांतार, भ्रमरकोट के नाम से चर्चित रहा। यह भू भाग त्रेता युग में दंडकारण्य कहलाता था और यहीं प्रभु राम ने खर- दूषण, ताड़का, सुबाहु, मारीच और विराध जैसे राक्षसों को मार विश्वामित्र जैसे […]
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