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अमावस्या पर इन चीजों का करें दान, पितर होंगे प्रसन्न
जयपुर से राजेंद्र गुप्ता हर महीने कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि के अगले दिन अमावस्या तिथि पड़ती है। किसी भी माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को यह कार्य किए जाते हैं। अमावस्या के दिन स्नान और दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और सभी प्रकार के पाप का नाश होता है। […]
Read Moreश्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने के साथ ही बढ़ती चुनौती से पार पाने को तैयार है जल पुलिस
सरयू में आस्था की डुबकी को और सुरक्षित बना रही योगी सरकार कई उपकरणों से लैस है जल पुलिस, कई नए उपकरण भी जल्द ही आएंगे 22 जनवरी को होने वाले लोकार्पण समारोह में घाट पर होने वाले मूवमेंट को लेकर जल पुलिस ने की है तैयारी लखनऊ। जनवरी को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के विग्रह […]
Read Moreसर्वपितृ अमावस्या श्राद्ध आज है जानिए शुभ तिथि और महत्व व सूर्य ग्रहण…
जयपुर से राजेंद्र गुप्ता आश्विन माह की कृष्ण अमावस्या को सर्वपितृ अमावस्या कहते हैं। यह अमावस्या इस बार 14 अक्टूबर को है। इस दिन पितृ पक्ष का समापन होगा। इसे विसर्जनी अमावस्या भी कहा जाता है। पितरों का श्राद्ध कर पितृऋण से मुक्ति के लिए इस दिन को महत्वपूर्ण माना जाता है। अगर किसी को […]
Read Moreपितृपक्ष-तीन : पितृ पूजा का मतलब प्रेतपूजा नही
संजय तिवारी पितृपक्ष में पितरों की पूजा का अर्थ प्रेतपूजा कदापि नही है। यह ऐसी पूजा है जिसमे अपनी समस्त सनातन संस्कृति की आराधना शामिल है। समस्त ऋषि, समस्त दिशाएं, समस्त लोक, समस्त देवी और देवता, समस्त अंतरिक्ष, ब्रह्मांड, और उसमें विचरण कर रहे हमारे कुल के पूर्वज। यह वास्तव में अपनी सनातनता की आराधना […]
Read Moreपितृ दोष से हैं परेशान? तो पितृ पक्ष में करें इन चीजों का दान, मिलेगा आराम
जयपुर से राजेंद्र गुप्ता पितृ पक्ष में पिंडदान, तर्पण और श्राद्ध कर्म के साथ-साथ दान-पुण्य का भी बेहद खास महत्व होता है। अगर आप इस दिन कुछ चीजों का दान करते हैं, तो आपको पितृ दोष से भी मुक्ति मिल सकती है। पितृ पक्ष में 16 तिथियां होती हैं जो बेहद खास मानी जाती हैं। […]
Read Moreकुशोत्पाटिनी अमावस्या आज है जानिए शुभ तिथि व महत्व और नियम…
जयपुर से राजेंद्र गुप्ता भाद्रपद की कृष्ण पक्ष की अमावस्या को कुशोत्पतिनी अमावस्या, भाद्रपद अमावस्या व पिठोरी अमावस्या कहा जाता है। इस दिन पुरोहित वर्ष भर कर्मकाण्ड कराने के लिए, नदी, घाटियों से कुशा नामक घास उखाड़ कर घर लाते है। कुशा घास को उत्तराखंड में कांस कहते है। कुशा का वैज्ञानिक नाम एराग्रोस्टिस सिनोसुरोइड्स […]
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