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महिला लोक कलाकार के संघर्ष की गाथा ’औरत की जंग’

राज बिसारिया उर्मिल रंग सम्मान से अलंकृत लखनऊ। जमीन से जुड़ी एक बेटी जो जीवन यापन के लिए लोक कला नौटंकी को आत्मसात करती है, उसकी संघर्ष गाथा को दर्शाती रंग प्रस्तुति ’औरत की जंग’ दर्शकों को मार्मिकता में डूबो गई। सुप्रसिद्ध लेखक, रंगनिर्देशक, व्यंग्यकार उर्मिलकुमार थपलियाल की स्मृति में आज से डॉ.उर्मिलकुमार थपलियाल फाउण्डेशन […]

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Litreture

कविता : त्रेता व द्वापर के शांतिदूत

जौं अस करौं तदपि न बड़ाई। मुएहि बधें नहिं कछु मनुसाई॥ कौल कामबस कृपिन बिमूढ़ा। अति दरिद्र अजसी अति बूढ़ा॥ सदा रोगबस संतत क्रोधी। बिष्नु बिमुख श्रुति संत बिरोधी॥ तनु पोषक निंदक अघ खानी। जीवत सव सम चौदह प्रानी॥ बालि तनय अंगद रणबीरा, रावण सभा धरेउ पग धीरा। कोउ न सक पग अंगद टारा, तब […]

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